tag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post1156102852529499164..comments2023-11-03T18:16:55.887+05:30Comments on जाले: बैठे ठाले - ८पुरुषोत्तम पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/01590298232558765226noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-9843690523183827512013-09-19T22:41:11.097+05:302013-09-19T22:41:11.097+05:30
यदि अतिवादियों के हाथों में सत्ता आ गई तो हम आज ...<br /> यदि अतिवादियों के हाथों में सत्ता आ गई तो हम आज आगे आने वाले समय की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं.<br /><br /> फिर ऐसी ही नयी व्यवस्था होगी, जिसमें आपको भी महसूस होगा कि सिर्फ सड़े बिस्तर पलट दिये गए है. <br />***आखिर भाई साहब इतने निराशावादी स्वर क्यों ?हम लोग तो दूसरों की ख़ुशी ओढ़ के भी जी लेते हैं आदमी की कमसे कम साख तो ठीक हो। <br /><br /> इस सेकुलर प्रबंध में तो सब तिहाड़ी लाल हैं <br /><br />आओ सारे मिलकर देखें ,किस्मत किसकी सोहनी है ,<br /><br />दिल्ली के दंगल में अब तो कुश्ती अंतिम होनी है। <br /><br /><br /><br />virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-10763849753255691162013-09-19T12:17:12.214+05:302013-09-19T12:17:12.214+05:30सटीक प्रस्तुति !!सटीक प्रस्तुति !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-40786614513199762042013-09-18T20:30:01.639+05:302013-09-18T20:30:01.639+05:30हम ही ने चुना है, हम ही भोगेंगे।हम ही ने चुना है, हम ही भोगेंगे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-56046116260621550132013-09-18T17:51:37.280+05:302013-09-18T17:51:37.280+05:30लोग बचे ही कहां है सार्वजनिक इकाई के रुप में। हरेक...लोग बचे ही कहां है सार्वजनिक इकाई के रुप में। हरेक व्यक्ति किसी न किसी राजनीतिक दल या पूंजीपति घराने या बाबा मण्डली अथवा आंतकी संगठन से जुड़ा हुआ है। कलिकाल है, इसलिए बेहाल हैं।Harihar (विकेश कुमार बडोला) https://www.blogger.com/profile/02638624508885690777noreply@blogger.com