tag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post4864092947135381337..comments2023-11-03T18:16:55.887+05:30Comments on जाले: कुलीनपुरुषोत्तम पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/01590298232558765226noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-44010873993104031012012-01-13T17:51:49.373+05:302012-01-13T17:51:49.373+05:30शास्त्री जी की दोनों बातें सटीक एवं विद्वता से परि...शास्त्री जी की दोनों बातें सटीक एवं विद्वता से परिपूर्ण हैं, ज्ञान बोधक कथा.-- धन्यवाद.Kewal Joshihttps://www.blogger.com/profile/05259895497389545585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-7602465748490137702012-01-13T08:45:15.288+05:302012-01-13T08:45:15.288+05:30बहुत सारे प्रश्नों के उत्तर मांगती हैं यह पोस्ट ऑ...बहुत सारे प्रश्नों के उत्तर मांगती हैं यह पोस्ट ऑंखें खोलने में सक्षम आभारSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-793312850248688402012-01-13T02:58:26.293+05:302012-01-13T02:58:26.293+05:30हमारे समाज़ में जो आजकल कुलीनता और जाति और ख़ानदान...हमारे समाज़ में जो आजकल कुलीनता और जाति और ख़ानदान के नाम पर अपने ही लोगों के प्रति बैरभाव पनप रहा है.. आपकी यह लघु-कथा शायद उस तरफ से हमारा ध्यान "कुल" की वास्तविक परिभाषा की ओर खीचने में सहायक हो रही है.Apoyandohttps://www.blogger.com/profile/05583409625318008385noreply@blogger.com