tag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post6418279655213689076..comments2023-11-03T18:16:55.887+05:30Comments on जाले: मैली चादरपुरुषोत्तम पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/01590298232558765226noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-54769142799476474082011-09-17T02:24:26.008+05:302011-09-17T02:24:26.008+05:30संगीता जी कथानक की सही भावना को समझने के लिए हार्द...संगीता जी कथानक की सही भावना को समझने के लिए हार्दिक धन्यवाद.पुरुषोत्तम पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/01590298232558765226noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7136111936391784942.post-22651975434144739802011-09-16T23:31:54.964+05:302011-09-16T23:31:54.964+05:30यह एक बहुत ही मर्मस्पर्शी कथा है...सच ही कहा आपने-...यह एक बहुत ही मर्मस्पर्शी कथा है...सच ही कहा आपने--विनाश काले विपरीत बुद्धि ! एक स्त्री क अहम् ने सारा घर ही नहीं उजाड़ा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी एक श्रापित जीवन बिताने के लिए मजबूर कर दिया...स्त्री एक ऐसी ताक़त है जो घर को बना भी सकती है और बिगाड़ भी सकती है...यह एक ज्वलंत उदाहरण है इस बात का की एक औरत का उस क बच्चों की सफलता में कितना बड़ा योगदान होता है!Sangeeta Nainwalnoreply@blogger.com