चलो खेलें, नया खेल आज होली में
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में.
बन्द कर दो ये समाचार-मीडिया जो दिल तोड़ते हैं
हड़ताल- हुल्लड़, अनशन, या जो माइक बोलते हैं
मुँह पर चिपका दो टेप उनके जो जहर घोलते हैं.
कह दो खुले में ना करो बकवास आज होली में.
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में.
बन्द कर दो ये समाचार-मीडिया जो दिल तोड़ते हैं
हड़ताल- हुल्लड़, अनशन, या जो माइक बोलते हैं
मुँह पर चिपका दो टेप उनके जो जहर घोलते हैं.
कह दो खुले में ना करो बकवास आज होली में.
चलो खेलें, नया खेल आज होली में.
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में.
कलमकारों तुम कलम में विष-बीज मत डालो
लिखो कुछ ऐसा तुम समय की धार बदल डालो
रंगों-गुलालों में मुहब्बत हो, मन चाहे लगा डालो
दिलों का भेद मिट जाये, यही तमन्ना आज होली में
चलो खेलें, नया खेल आज होली में
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में
सर्वे भवन्तु सुखिन: यह बात दिल में समाती है
सुख-समृद्धि रहे सर्वत्र, सभी को जो सुहाती है
भरे पिचकारी, उडेले प्यार, उसी में नहाती है
अनुपम है ये शक्तिरूपा अपनी, आज होली में.
चलो खेलें, नया खेल आज होली में
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में.
न मंदिर, न मस्जिद, न कुर्सी का लफड़ा
न मोदी, न नीतिश, या राहुल का झगड़ा
छोड़ सभी मनभेद, नाचो-गाओ करो भंगडा
बच्चों को दे दो देश की कमान आज होली में.
चलो खेले, नया खेल आज होली में
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में.
***
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में.
कलमकारों तुम कलम में विष-बीज मत डालो
लिखो कुछ ऐसा तुम समय की धार बदल डालो
रंगों-गुलालों में मुहब्बत हो, मन चाहे लगा डालो
दिलों का भेद मिट जाये, यही तमन्ना आज होली में
चलो खेलें, नया खेल आज होली में
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में
सर्वे भवन्तु सुखिन: यह बात दिल में समाती है
सुख-समृद्धि रहे सर्वत्र, सभी को जो सुहाती है
भरे पिचकारी, उडेले प्यार, उसी में नहाती है
अनुपम है ये शक्तिरूपा अपनी, आज होली में.
चलो खेलें, नया खेल आज होली में
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में.
न मंदिर, न मस्जिद, न कुर्सी का लफड़ा
न मोदी, न नीतिश, या राहुल का झगड़ा
छोड़ सभी मनभेद, नाचो-गाओ करो भंगडा
बच्चों को दे दो देश की कमान आज होली में.
चलो खेले, नया खेल आज होली में
बदल डालें सारे बेमेल आज होली में.
***
बहुत ही बेहतरीन प्रस्तुति,होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंWah Wah Kya baat likh dali .....bas aaj Holi mein..!!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति,
जवाब देंहटाएंशुभभावनाओं और सौहाद्र से प्रेरित प्रेम संसिक्त फाग रचना .शुक्रिया आपकी टिपण्णी का .
जवाब देंहटाएंहोली मुबारक
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट कल के चर्चा मंच पर है
बहुत सुन्दर!
जवाब देंहटाएंआपको होली की शुभकामनाएं!
http://voice-brijesh.blogspot.com
जवाब देंहटाएंहृदयस्पर्शी भावपूर्ण प्रस्तुति.बहुत शानदार भावसंयोजन .आपको बधाई.होली की हार्दिक शुभ कामना .
ना शिकबा अब रहे कोई ,ना ही दुश्मनी पनपे
गले अब मिल भी जाओं सब, कि आयी आज होली है
प्रियतम क्या प्रिय क्या अब सभी रंगने को आतुर हैं
हम भी बोले होली है तुम भी बोलो होली है .
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर।। होली की हार्दिक शुभकामनाएं
पधारें कैसे खेलूं तुम बिन होली पिया...
जवाब देंहटाएंन मंदिर, न मस्जिद, न कुर्सी का लफड़ा
न मोदी, न नीतिश, या राहुल का झगड़ा
छोड़ सभी मनभेद, नाचो-गाओ करो भंगडा
बच्चों को दे दो देश की कमान आज होली में.
छोडो प्रीत तिहाड़ तीर्थ से होली में .....
तोड़ रहे जो सबको जड़ से,
जवाब देंहटाएंउनकी जड़ में रंग भर आयें।
बच्चों को दे दो देश की कमान आज होली में.....वाह गहरे भाव से पूर्ण होली गीत, बहुत मानवीय। आपको देर से होली की मंगलकामनाएं।
जवाब देंहटाएंwah wah kya kahne.. sab kuch to hai isme... aap ke prastuti kee her laain mein samaaj ko todne/jodne kee saare masaale/fevi-quick maujood hai.... agar ismein varnit kisee bhee line ko samaj ke ye tabke..jaise समाचार-मीडिया, कलमकार log sachhe man se apna lein to yeh shahar, pradesh aur desh bhee sudhar jaayega.. astu...umanath tiwari. lucknow,
जवाब देंहटाएं