मंगलवार, 6 मार्च 2012

चुहुल-१९

(हमारे नगर के विशिष्ट व्यक्तियों को हम लोग हर साल होली के शुभ अवसर पर प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित करते हैं. इसी क्रम में इस बार राम हलवाई जी की प्रशस्ति प्रस्तुत है.)

हे देवनामी,
हम नगरवासी इस होलिकोत्सव पर आपको सम्मानित करते हुए गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. मान्यवर, नाम का बड़ा महत्व है. आपके नाम से आज देश के बड़े बड़े चुनाव लड़े व जीते जा रहे हैं. नामी राजनैतिक पार्टियां, कोई सकारात्मक तथा कोई नकारात्मक नारे लगाकर आपके नाम के महत्त्व की मीमांसा करते नहीं थक रहे हैं.

हे मिष्ठान्न विक्रेता,
सबने देखी है आपकी थाल-कढाई, जिसमें होती है रात में गोबर उठाई और सुबह सजती है मिठाई. जिन जिन को आपने चखाई उन सब को दिल से बधाई.

हे मैलों के राजा,
आपके बदन की खुशबू पसीने के रूप में सर्वत्र मिठाई में केवड़े की महक सी भीगी रहती है, जिससे खाने वाले बाल-वृद्ध, नर-नारी सब धन्य हो जाते हैं.

हे परमार्थी,
आपकी भट्टी की आंच, गली-मोहल्ले के सभी आवारा कुत्तों को ठिठुरती ठण्डी रातों में स्वर्गीय सुख की अनुभूति करवाती है. जरूर ये शिव जी के गण आपको दुआएं देते होंगे. आपके इसी प्रताप से इस गली में आज तक कभी चोरी की वारदात नहीं हुई है.

हे जनसंख्या विशेषज्ञ,
आपने एक दर्जन बच्चे पैदा करने के बाद नसबंदी कराई, लेकिन किस्मत ने ऐसी लात लगाई कि फिर भी बौराणी की गोद हरी हो आई. आप महान हैं.

हे राम,
आपका नाम ही सांसारिक बंधनों से मुक्ति पाने के लिए पर्याप्त है. जीवन के अन्तिम अध्याय के समापन पर इसीलिये मुक्तिधाम ले जाते हुए मित्रगण सश्वर "राम नाम सत्य है" जैसे अनमोल शब्दों की वर्षा करते चलते हैं.

हे विष्णु अवतार ,
हम अंतर्मन से आपका गुणगान करते हैं और आपके दीर्घ जीवन की कामना करते हैं.

                जय हो... जय हो... जय राम जी की.

7 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बेहतरीन और सार्थक रचना,
    इंडिया दर्पण की ओर से होली की अग्रिम शुभकामनाएँ।

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  2. बहुत बेहतरीन और सार्थक रचना,
    इंडिया दर्पण की ओर से होली की अग्रिम शुभकामनाएँ।

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  3. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    रंगों की बहार!
    छींटे और बौछार!!
    फुहार ही फुहार!!!
    होली का नमस्कार!
    रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!!

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  4. sunder prastuti


    रंग बिरंगी है रंगोली
    मस्तानो की निकली टोली
    कहीं अबीर गुलाल कहीं पर
    चली धडल्ले भंग की गोली
    पिचकारी से छूटे गोली
    रहे सलामत कैसे चोली
    ईना, मीना, डीका, रीना
    नहीं बचेगी कोई भोली
    आज अधर खामोश रहेंगे
    आज रंग हैं सबकी बोली
    आज नहीं छोड़ेंगे भौजी
    बुरा न मानो है ये होली


    होली पर आप को मेरे और मेरे परिवार की और से हार्दिक शुभकानाएं ...होली के बिबिध रंगों की तरह आपका जीवन रंगबिरंगा बना रहे ....खुशियाँ आपके कदम चूमे ..आपके अंतर का कलुष हटे.......प्रेम का साम्राज्य चहु ओर स्थापित हो ..पुनः इन्ही शुभकामनाओं के साथ


    डॉ आशुतोष मिश्र
    निदेशक
    आचार्य नरेन्द्र देव कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी
    बभनान , गोंडा . उत्तरप्रदेश
    मोबाइल न० 9839167801

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  5. होली लेख ...
    रंगोत्सव की आपको शुभकामनायें ...

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  6. मित्रों मैं इस हास्य, व्यंग,मजाक-मसखरी के साथ आपको होली की बधाई देता हूँ. डा. मयंक जी ने इस अवसर पर अनेक अबीर गुलाल के फाहे उड़ाकर हमको अभिभूत किया है होलिकोत्सव का अपने शब्द- चातुर्य से डा. आशुतोष मिश्रा जी ने वातावरण को रंगीन कर दिया है. आप जो भी मेरी बकवास भरी रचनाओं को पढ़ कर झूठ-मूठ वाह वाह लिखते रहे हैं मैं सब को ह्रदय से आभार भेजता हूँ. सब के जीवन में सुख, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहे.

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  7. :)


    जवाब नहीं आपका …
    वाह वाह मन से निकली है …
    स्वीकार करके उपकृत कीजिएगा …

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