शनिवार, 5 जनवरी 2013

चुहुल - ४१

(१)
एक दादा-दादी के जोड़े ने अपनी शादी की पचासवीं सालगिरह (गोल्डन जुबली) को यादगार बनाने के लिए कुछ नए ढंग से मनाने के बारे में सोचा. उन्होंने सोचा कि अपने अविवाहित दिनों की याद ताजा करने के लिए, सेंट्रल पार्क के लवर्स पॉइंट पर जाकर मिलेंगे.
दादा जी बनठन कर हाथ में लाल गुलाब लेकर वहाँ पहुंचे और बड़ी देर तक इन्तजार करते रहे, पर दादी नहीं पहुँची.
घर लौटकर दादा जी ने नाराजी दिखाते हुए पूछा, “तू आई क्यों नहीं?”
दादी ने शैतान नादान लड़की की तरह जवाब दिया, “मम्मी ने मना कर दिया था.”

(२)
एक शराबी बार से निकल कर झूमते हुए पास के रेस्तरां में खाना खाने पहुँचा. वहाँ पहुँचते ही वेटर से बोला, “इधर गर्मी बहुत है. ए.सी. चालू करो.” वेटर ने तुरन्त स्विच आन कर दिया. थोड़ी ही देर बाद शराबी फिर बोला, “ठण्ड लग रही है. ए.सी. बन्द करो.” इस प्रकार आधे घन्टे के दौरान जब उसने खाना खाया तो उसने वेटर से पाँच बार ए.सी. चालू-बन्द करने को कहा.
जब वह चला गया तो दूसरे टेबल पर बैठे हुए एक दूसरे ग्राहक ने वेटर से पूछा, “तुम उस शराबी की बात पर बार बार स्विच बाक्स पर क्यों जा रहे थे?”
वेटर बोला, “वह ए.सी. ऑन-ऑफ करने को कह रहा था, हमारे यहाँ ए.सी. तो है नहीं, मैं पँखा ही ऑन-ऑफ करता रहा.”

(३)
गली में एक मकान के गेट पर एक छोटा बच्चा घंटी बजाने के लिए उसके स्विच पर उचक-उचक कर कोशिश कर रहा था पर उसका हाथ स्विच तक नहीं पहुच पा रहा था. उसकी परेशानी देख कर गली से गुजरते हुए एक बुजुर्ग उसकी मदद को आगे आये और घंटी का स्विच दबाकर अन्दर घंटी बजा दी. फिर बच्चे से प्यार से बोले “अब और क्या करना है?”
बच्चा बोला, “अब यहाँ ने भाग जाना चाहिए.”

(४)
इंजिनियरिंग कॉलेज के छात्रों द्वारा एक हवाई जहाज बनाया गया. उड़ान के उद्घाटन के लिए कॉलेज के प्रोफेसरों व प्रिंसिपल को बुलाया गया. उड़ान भरने से पहले सारे प्रोफ़ेसर विमान में से उतर गए क्योंकि उनको इसमें खतरा लगा रहा था, लेकिन प्रिंसिपल साहब नहीं उतरे. उनसे पूछा गया कि "आपको डर नहीं लगता है?”
प्रिंसिपल साहब बड़े इत्मीनान से बोले, “मुझे मालूम है, ये उड़ेगा ही नहीं.”

(५)
एक नेत्रहीन व्यति अपने ट्रेन्ड कुत्ते की जंजीर थाम कर सड़क जा रहा था. पर पता नहीं आज कुत्ता बदमाशी पर क्यों उतर आया था. मालिक को जानबूझ कर गड्ढों या उबड़-खाबड़ रास्ते से ले जा रहा था. मालिक ने कुत्ते को रोका, अपनी जेब से एक बिस्किट निकाल कर उसकी तरफ बढ़ाया. बगल में चल रहे एक सज्जन ने यह सब देखा तो बोला, “ये आपको जानबूझ कर खराब रास्ते ले जा रहा है फिर भी आप इसको बिस्किट दे रहे हैं?”
नेत्रहीन व्यक्ति बोला, "बिस्किट दिखा कर मैं यह जानना चाहता हूँ कि इसका मुंह किस तरफ है, मैं इसके पिछवाड़े एक लात लगाना चाहता हूँ.”
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