गुरुवार, 28 फ़रवरी 2013

चुहुल - ४५

(१)
नई नई पत्नी अपने पति को प्यार जताते हुए बोली, “जानते हो, मैंने १६ सोमवार केवल तुलसी के पत्ते खाकर और दो साल तक हर शुक्रवार को संतोषी माता का व्रत रखा तब जाकर आपको पति के रूप में पाया है.”
पति ने पूछा, “यदि तुम ये सब नहीं करती तो क्या होता?”
“तो कोई तुमसे भी गया गुजरा आदमी पल्ले पड़ता.” पत्नी ने उत्तर दिया.

(२)
एक छोटी फैक्ट्री के मालिक ने अपने कारखाने में जनरल मैनेजर के पद के लिए इंटरव्यू लिया और एक नौजवान का चयन किया. उससे उन्होंने कहा, "अब तनख्वाह की बात हो जाये.”
नौजवान बोला, “एक लाख टैक्स पेड, एक फ़्लैट, और एक शोफर ड्रिवन कार चाहिए.”
मालिक मुस्कुराकर बोला, “हम आपको चार लाख टैक्स पेड, दो फ़्लैट और दो कारें देंगे.”
मैनेजर बोला, “क्यों मजाक कर रहे हैं?”
मालिक ने कहा, “शुरुआत तो आपने ही की.”

(३)
एक कर्मचारी ऑफिस समय में करीब की नाई की दूकान पर अपने बाल कटवा रहा था. बॉस ने उसे देख लिया. बाद में बुलाकर नाराजी के स्वर में पूछा, “ऑफिस टाइम में बाल कटवा रहे थे?”
कर्मचारी बोला, “सर, बाल उगते भी तो आफिस टाइम में ही हैं.”
“सारे तो आफिस टाइम में नहीं उगते.” बॉस ने कहा.
शातिर कर्मचारी बोला, “आप सही कह रहे हैं, सर. इसीलिये मैंने सारे बाल नहीं कटवाए.”

(४)
पत्नी आये दिन बैंगन का भुर्ता या बैंगन की सब्जी परोसती थी. खाना खाते समय पति ने कहा, “आज फिर बैगन का भुर्ता? तुम्हें शायद पता नहीं कि ज्यादा बैंगन  खाने से आदमी अगले जन्म में गधे के रूप में पैदा होता है.”
पत्नी ने तपाक से उत्तर दिया, “ये तो आपको पिछले जन्म में सोचना चाहिए था.”

(५)
एक महिला, कैमिस्ट की दूकान पर जाकर बोली, “आजकल मच्छर बहुत हो गए हैं, जिसकी वजह से बच्चे परेशान रहते हैं. कोई दवा है तो दे दीजिए.”
कैमिस्ट ने 'माइलौइल’ की सैम्पल की एक छोटी सी शीशी निकाल कर दे दी. महिला इतनी छोटी पैकिंग को देखकर बहुत देर तक सोचती रही, फिर बोली, “ये तेल मच्छरों को चुपड़ना है या बच्चों को सुंघाना है.”
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