रविवार, 2 जून 2013

चुहुल - 51

(१)
एक दुबले-पतले साहब की पत्नी कुछ ज्यादा ही मोटी-भारी थी. स्वभाव से अति आलसी भी. एक दिन बिस्तर पर पड़े पड़े दार्शनिक अंदाज में पति से बोली, “अजी, मौत कौन सी अच्छी रहती है, जो धीरे धीरे अपने आगोश में ले ले या चटपट आ जाये?”
पति बड़ी देर से परेशान था क्योंकि पत्नी ने अपनी एक टांग उसके ऊपर रखी हुयी थी, बोला, “तुम अपनी दूसरी टांग भी मेरे ऊपर रख दो, मैं चटपट ही मरना चाहता हूँ. अब और नहीं सहा जाता है.”

(२)
अकबर बादशाह कई बार ऊलजलूल सवाल पूछ कर अपने नवरत्न वजीर बीरबल की परीक्षा लिया करते थे. एक बार उन्होंने बीरबल से पूछा, “बीरबल, रमजानों में खायें भी, पियें भी और रोजा भी न टूटे ऐसी कोई तरकीब बताओ?”
बीरबल ने तुरन्त जवाब दिया, “हुजूर, किसी की लात खाइए और अपना गुस्सा पी जाइए, इससे आपका रोजा भी बचा रहेगा.”

(३)
पति-पत्नी में जोरदार झगड़ा हो रहा था. आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे थे.
पत्नी: काश! मैंने अपनी माँ का कहा माना होता और तुमसे शादी के लिए मना कर देती.
पति: क्या तुम्हारी माँ तुम्हारा ब्याह मुझसे करने को मना कर रही थी?
पत्नी: और नहीं तो क्या?
पति: हे भगवान! मैं आज तक उस औरत को बहुत बुरा समझता रहा जो मुझे इस नर्क से बचाना चाहती थी.

(४)
संस्कृत के अध्यापक ने पढ़ाते पढ़ाते बीच में किसी सन्दर्भ में वेदान्त की बातें बताई, और एक विद्यार्थी से पूछा, “वेदान्ती का मतलब जानते हो?”
लड़का बोला, “आदरणीय, वेदान्ती उस व्यक्ति को कहते हैं, जिसके दाँत नहीं होते है.”

(५)
एक फैशनेबल महिला जूतों की दूकान में अन्दर गयी. सेल्समैन से बोली, “शूज दिखाइए.”
सेल्समैन ने पूछा ”कितने साइज का?”
महिला ने जवाब दिया, “छत्तीस.”
सेल्समैन कुछ देर संशय में रहा फिर बोला, “मैडम घर से ठीक से सोच कर निकला करो कि क्या खरीदना है?”
***

5 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुंदर, बहुत सुंदर
    क्या बात

    नोट : आमतौर पर मैं अपने लेख पढ़ने के लिए आग्रह नहीं करता हूं, लेकिन आज इसलिए कर रहा हूं, ये बात आपको जाननी चाहिए। मेरे दूसरे ब्लाग TV स्टेशन पर देखिए । धोनी पर क्यों खामोश है मीडिया !
    लिंक: http://tvstationlive.blogspot.in/2013/06/blog-post.html?showComment=1370150129478#c4868065043474768765

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  2. :):) “मैडम घर से ठीक से सोच कर निकला करो कि क्या खरीदना है?”

    जोरदार

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