रविवार, 18 दिसंबर 2011

चुहुल-१२


(१)                                      
एक व्यक्ति ने आपसी बहसबाजी में ही सामने वाले को एक झांपट रसीद कर दी तो सामने वाला गुस्से में तमतमाते हुए बड़ी गंभीरता से बोला, तू ने मुझे जो झांपट लगाई है वह सच्ची में सीरियसली लगाई है या मजाक में लगाई?
झांपट लगाने वाला बोला, "सीरियसली लगाई है. क्या कर लेगा ?
मार खाने वाला बोला, तब तो ठीक है क्योंकि मुझे मजाक बिलकुल पसंद नहीं.

(२)                                      
एक लड़का गली के नुक्कड़ पर सहमा सा खडा था. उससे किसी ने पूछा, तुम्हारा नाम क्या है?
उत्तर- शेर सिंह.
प्रश्न- पिता का नाम?
उत्तर- बहादुर सिंह.
प्रश्न- दादा का नाम?
उत्तर- शमशेर सिंह."
प्रश्न- यहाँ क्यों खड़े हो?
उत्तर- वह सामने जो कुत्ता है, उससे डर लगता है.

(३)                                      
एक मन्त्री जी किसी गाँव में पहुंचे और सरपंच से पूछने लगे, क्या आपके गाँव में कोई बड़ा आदमी पैदा हुआ है?
सरपंच ने बड़ी मासूमियत से उत्तर दिया, महोदय, हमारे गाँव में तो सभी बच्चे ही पैदा होते रहे हैं."

(४)                                       
एक बुढ़िया गलत साइड से सड़क पार कर रही थी. ट्रैफिक पुलिस ने उसे रोकने के लिए बार-बार सीटी बजाई पर उसने एक न सुनी. आखिर सिपाही झुँझलाते हुए उसके पास गया और गुस्से में बोला, ए बुढ़िया, इतनी देर से सीटी बजा रहा हूँ, सुनती नहीं है क्या?
बुढ़िया बोली, अरे हवलदार, मैंने जवानी में ही किसी की सीटी नहीं सुनी, अब बुढापे में तेरी सीटी सुनूंगी क्या?

(५)                                        
दो चूहे एक सड़क पर चले जा रहे थे, उधर से एक हाथी को आता देख एक चूहा बोला, यार, आज इसका रास्ता रोक कर ठुकाई की जाये तो बड़ा मजा आएगा.
दूसरा बोला, जाने दे यार. हम दो हैं और वह अकेला है. लोग क्या कहेंगे?
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