सोमवार, 1 अक्टूबर 2012

चुहुल - ३३

(१)
एक नेता जी अपने चुनाव क्षेत्र के दौरे पर थे, ग्राम सभा की मीटिंग खुले आसमान के नीचे चल रही थी. इसी दौरान एक छोटा विमान ऊपर से उड़ कर जा रहा था.
एक ग्रामीण ने विमान को इंगित करते हुए नेता जी से पूछा, “नेता जी, वो क्या है?”
नेता जी को उसकी अज्ञानता पर बड़ी दया आई, बोले, "यह हवाई जहाज है. इसमें आदमी बैठते हैं और बड़ी तेजी अपने गंतव्य पर पँहुच जाते हैं.”
ग्रामीण ने पुन: कहा, “वो तो ठीक है, मेरा मतलब है कि ये मिग है, या एफ-१६ है?”
नेता जी उसकी तरफ देखते ही रह गए.

(२)
सुरेखा ने गलती से अपने बॉयफ्रेंड को अपने घर का पता दे दिया और वह अगले ही दिन घर पर दस्तक देने आ गया. उसने घंटी बजाई. एक उम्रदार औरत ने दरवाजा खोला. लड़के ने कहा, “सुरेखा घर में है?”
औरत ने आगंतुक से पूछा, “आप कौन?”
बॉयफ्रेंड इस पूछताछ से कुछ घबरा गया और बोला, “मैं सुरेखा का भाई हूँ.”
महिला मुस्कुराई और बोली, "अन्दर आ जाओ, बेटा. मैं सुरेखा की माँ हूँ. तुम्हारे पिता जी भी घर में ही हैं.”

(३)
मुल्ला नसरुद्दीन अपने घर के दुमंजिले में थे. नीचे राह पर से एक भिखारी ने आवाज दी तो मुल्ला ने खिड़की खोल कर देखा और पूछा, “क्या चाहिए?”
भिखारी ने तुरन्त कहा, “नीचे आओ तो बताऊंगा.”
मुल्ला नीचे आया तो भिखारी ने कहा, “एक सिक्का चाहिए.”
मुल्ला लौट कर ऊपर की मंजिल में गया और खिड़की से बाहर सिर निकाल कर बोला, “ऊपर आ जाओ.”
भिखारी बड़े उत्साह से सीढियां चढ़ गया, पर वहाँ जाने पर मुल्ला ने उससे कहा, “खुला सिक्का नहीं है.”

(४)
एक महिला अपने बच्चों के साथ बस में चढ़ी. कंडक्टर से पूछने लगी “बच्चों का हाफ टिकट लगेगा?”
कंडक्टर ने जवाब दिया, “हाँ, अगर १२ से कम हो.’
महिला बड़ी तसल्ली से बोली, “तब ठीक है, मेरे तो पाँच ही हैं.”

(५)
एक सज्जन अपने मित्र के घर अतिथि बन कर गया. मित्र की पत्नी रात के खाने की तैयारी कर रही थी. अन्य दिनों तो वह अपने पति से रोटी बेलवाने का काम करवा लेती थी, पर आज वह अतिथि के साथ व्यस्त हो गया था. आटा भी थोड़ा ढीला ही बना था. जब रोटियाँ भोजन की टेबल पर आई तो टेड़ी-मेढ़ी, कोने निकली हुई देख कर अतिथि ने बहुत शालीनता से चुटकी ली, “वाह! भाभी जी बहुत बढ़िया! आपने तो सारी समस्या हल कर दी.”
मित्र ने पूछा “वह कैसे?”
अतिथि ने मुस्कुराते हुए कहा, “अरे भाई, मेरी पत्नी तो ऐसी गोल रोटी बना देती है कि कहाँ से तोड़ना हो इसके लिए सोचना पड़ता है. भाभी जी ने तो बढ़िया ढंग से कोने निकाल रखे हैं.”
***

7 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा कल २/१०/१२ मंगलवार को चर्चा मंच पर चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आप का स्वागत है

    जवाब देंहटाएं
  2. sabhi chutkule majedar hain sabse pahle vala bahut jyada pasand aaya.

    जवाब देंहटाएं
  3. बेहद स्वस्थ हास परिहास .व्यंग्य विनोद और कटाक्ष एक साथ सब कुछ .

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत खूब
    नेता जी का हवाई जहाज बना दिया
    ऎसा जवाब मिला कि हवा में उड़ा दिया !

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत अच्छे.. -हा- हा- हा,---- नेताजी की भी खबर ले ली.

    जवाब देंहटाएं