सोमवार, 29 जुलाई 2013

चुहुल - ५५


(१)
गुरूजी ने पंचतंत्र की कहानियां पढ़ी थी, जिनमें पण्डित विष्णु शर्मा अक्ल से ठस राजकुमारों को जानवरों के प्रतिमानों के माध्यम से पढ़ाते हैं.
वे अपनी प्राइमरी की कक्षा के बच्चों को गणित के जोड़ सिखा रहे थे, पर रामू के खोपड़े में बात बैठ नहीं रही थी. गुरूजी ने पंचतंत्री बनकर उसको सिखाने के लिए कहा, “अगर मैं तुमको बिल्ली के दो बच्चे दूं और बाद में फिर से दो बच्चे दे दूं तो तुम्हारे पास कुल कितने बिल्ली के बच्चे हो जायेंगे?”
रामू ने अपनी अँगुलियों में हिसाब लगा कर उत्तर दिया, “पाँच”.
गुरू जी को उसके गलत उत्तर पर गुस्सा आ गया और रामू को पास बुला कर पूछा, “पाँच कैसे हुए बता?”
रामू बोला, “आपने दो बिल्ली के बच्चे एक बार दिये, फिर दूसरी बार भी दो बच्चे दिये, मेरे घर पर एक बिल्ली का बच्चा पहले से है, सब मिलाकर पाँच हुए कि नहीं.”

(२)
नर्स डॉक्टर से: सर, कैसे उदास बैठे हैं?
डॉक्टर: अरे, अभी दोपहर को जिस मरीज का आपरेशन किया था, वह मर गया है.
नर्स: सर, दोपहर वाला तो पोस्टमार्टम था.
डॉक्टर: तो सुबह मैंने किसका पोस्टमार्टम किया था?

(३)
एक युवती गोवा घूमने गयी. एक सुन्दर निर्जन तट पर उसने अपने कपड़े उतारे और पानी में उतरने जा रही थी तो एक पुलिस वाले ने सीटी बजा कर उसे रोक दिया कहा, “यहाँ पर नहाना मना है.”
महिला को इस पर गुस्सा आ गया बोली, “तुमने ये बात तब क्यों नहीं बताई जब मैं कपड़े उतार रही थी?”
पुलिस वाले ने कहा, “मैडम, यहाँ पर कपड़े उतारने की मनाही नहीं है. आप इस नोटिस बोर्ड को देख लीजिए, इस पर सिर्फ नहाने के लिए मना लिखा है.”

(४)
एक सस्ती सी पुरानी खटारा घड़ी का मालिक उसे मरम्मत करने के लिहाज से घड़ीसाज के पास ले गया. कैफियत देते हुए बोला, “गलती मेरी थी. मेरे हाथ से ये फर्श पर गिर पड़ी थी.”
घड़ीसाज घड़ी की हालत देखकर बोला, “आपने दूसरी गलती ये की है कि इसे फिर से उठा लिया.”

(५)
एक पत्नी ने लाड़ जताते हुए पति से पूछा, “यदि मैं मर गयी तो तुम दूसरी शादी कर लोगे?”
पति ने कहा, “इस प्रश्न का उत्तर देना बहुत कठिन है.”
पत्नी बोली, “वो क्यों?”
पति ने बताया, “यदि मैंने ‘हाँ’ कह दिया तो तुम नाराज हो जाओगी और यदि मैंने ‘नहीं’ कह दिया तो माधुरी नाराज हो जायेगी.
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